अयोध्या के पावन सरयू नदी में मछली संरक्षण हेतु रैन्चिंग कार्यक्रम आयोजित
17 मई, 2022
आईसीएआर-सिफ़री, बैरकपुर, ने 17 मई 2022 को ‘राष्ट्रीय रैन्चिंग कार्यक्रम’ के तहत उत्तर प्रदेश के अयोध्या शहर के पावन सरयू नदी में रैंचिंग का आयोजन किया। इंडियन मेजर कार्प (कटला, रोहू और मृगल) की 2 लाख उन्नत अंगुलिमीनों को मत्स्य पालन के संरक्षण और बहाली के लिए ‘नमामी गंगे’ परियोजना के तहत अयोध्या के मुख्तार घाट पर सरयू नदी में छोड़ा गया। इन अंगुलिमीनों का उत्पादन कृत्रिम रूप से गंगा के ब्रूडर्स द्वारा किया गया था। श्री वेद प्रकाश गुप्ता, अयोध्या के विधान सभा सदस्य, इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि और श्री नीतीश कुमार, आईएएस, अयोध्या के जिला मजिस्ट्रेट विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे।

श्री वेद प्रकाश गुप्ता ने मुख्य अतिथि के रूप में अपने संबोधन में इस बात पर जोर दिया कि भारतीय प्रमुख कार्प मछली के 2 लाख मछली के बीज जारी करके सरयू नदी की जैव विविधता को बहाल रखने की एक नई शुरुआत की गई है। उन्होंने इस नेक पहल के लिए आईसीएआर-सिफ़री और एनएमसीजी को धन्यवाद दिया। श्री नीतीश कुमार, अयोध्या के जिला मजिस्ट्रेट ने अपने संबोधन में क्षेत्र के मछुआरों से सरयू नदी से केवल बड़े आकार की मछली पकड़ने का अनुरोध किया। उन्होंने जोर देकर कहा

कि रैन्चिंग कार्यक्रम सरयू में मत्स्य पालन के संरक्षण और बहाली में मदद करेगा और बड़ी संख्या में मछुआरों को आजीविका प्रदान करेगा। सिफ़री के निदेशक और परियोजना के प्रधान अन्वेषक डॉ. बसंत कुमार दास ने स्थानीय मछुआरों को इस विषय में संवेदनशील बनाया और मछली और डॉल्फ़िन के लिए आवश्यक नदी स्वास्थ्य के महत्व पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर उस इलाके के सक्रिय मछुआरों को उनकी आजीविका में सुधार के लिए पच्चीस कास्ट नेट वितरित किए गए।

मास्क और सैनिटाइज़र के वितरण के साथ कोविड -19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस अवसर पर डॉ संदीप बेहरा, सलाहकार, एनएमसीजी, जिला प्रशासन, अयोध्या पुलिस, एनएमसीजी, आईसीएआर-सिफ़री आदि के अधिकारी उपस्थित थे। नदी के पास रखने वाले सभी वर्गों के व्यक्तियों के बीच सक्रिय भागीदारी देखी गई।




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