इस मिशन मोड आजीविका सुधार कार्यक्रम के तहत दिनांक 24 से 27 मई 2022 के दौरान भाकृअनुप-केन्द्रीय अन्तर्स्थलीय मात्स्यिकी अनुसंधान संस्थान पालन के मुख्यालय, बैरकपुर में "पेन में मछली पालन के माध्यम से छोटे जलाशयों में उत्पादन वृद्धि" पर एक क्षमता निर्माण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ से कुल 29 प्रतिभागियों ने भाग लिया जिनमें 9 मत्स्य निरीक्षक और चयनित जलाशयों के पीएफएससी सदस्य थे।
छत्तीसगढ़ के 10 जलाशयों जैसे तोरेंगा, बहेरा खार, सुतिया पथ, मतियामोती बांध, कोसेर्टेडा, राबो, घुंघुट्टा, गेज, केशवनाला और परोलकट में पेन में मछली पालन द्वारा मछली उत्पादन वृद्धि शुरू की गई है। सिफरी ने इन जलाशयों के पीएफएससी सदस्यों को बीस एचडीपीई पेन, इंजन वाली दस नाव, बीस कोराकल और बीस टन सीआईएफआरआई केज ग्रो फीड देकर पेन लगाया है।
इस 4 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान प्रशिक्षकों ने संस्थान के निदेशक, डॉ. बि के दास, और वैज्ञानिकों के साथ छोटे जलाशयों में वैज्ञानिक तौर पर मछली पालन और उत्पादन वृद्धि पर चर्चा की।
