

यह कार्यक्रम झारखंड पूर्वी गंगा मछुआरा सहकारी समिति लिमिटेड और मत्स्य पालन विभाग, झारखंड के सहयोग आयोजित किया गया। इस अवसर पर सिफरी तथा उक्त संगठन/कार्यालय के प्रतिनिधियों और 50 से अधिक मछुआरों ने भाग लिया और इस कार्यक्रम की भरपूर सराहना की। हिलसा स्पॉन और निषेचित अंडों का यह रेंचिंग कार्यक्रम नदी में न केवल देशी जर्मप्लाज्म को बढ़ाएगा बल्कि हिल्सा मछली को उसके मूल आवास स्थल 
