NMCG के महानिदेशक द्वारा पचास हजार मत्स्य बीज को कानपुर में गंगा नदी में छोड़ा गया
प्रयागराज,कानपुर ,17 अप्रैल, 2023
राष्ट्रीय नदी रैंचिंग कार्यक्रम 2023 के अवसर पर गंगा नदी में विलुप्त हो रहे मत्स्य प्रजातियों के संरक्षण एवम् संवर्धन को ध्यान में रखते हुए, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद -केन्द्रीय अंतर्स्थलीय मात्स्यिकी अनुसंधान संस्थान (सिफरी), प्रयागराज के द्वारा आज दिनांक 17 अप्रैल 2023 को, कानपुर के अटल घाट पर गंगा नदी में 50000 (पचास हजार) भारतीय प्रमुख कार्प-कतला, रोहू, मृगल मछलियों के बीज को रैंचिंग सह जन जागरूकता कार्यक्रम के तहत छोड़ा गया।

राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (एनएमसीजी) के अन्तर्गत आयोजित इस कार्यक्रम में संस्थान के निदेशक डॉ बि॰ के॰ दास ने उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए गंगा नदी में मछली और रैंचिंग के महत्व को बताया। उन्होने कहा कि इस वर्ष गंगा नदी में कम हो रहे महत्वपूर्ण मत्स्य प्रजातियों के 22 लाख से ज्यादा बीज का रैंचिंग होना रखा गया है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री जी अशोक कुमार, महानिदेशक, एनएमसीजी, नई दिल्ली ने इस अवसर पर गंगा को स्वच्छ रखने एवम जैव विविधता को बचाने के लिए नमामि गंगे परियोजना के अन्तर्गत किए गए विभिन्न कायों के बारे में जानकारी दी । अतिविशिष्ट अतिथि डाॅ॰ विजय लक्ष्मी सक्सेना, अध्यक्ष, ISCA ने लोगो को गंगा के महत्व को बताया तथा इसे स्वच्छ रखने के लिए आह्वान किया। इस अवसर पर अन्य अतिथिगण जैसे डॉ यू के सरकार निदेशक, ICAR-NBFGR, डॉ नुरुल हक, मत्स्य उप निदेशक, उ प्र, आदि ने जैव विविधता और मछलियों के बारे में जागरूक किया तथा गंगा को साफ रखने के लिए के लिए कहा ।
कार्यक्रम के प्रारंभ में केंद्र प्रभारी डॉ धर्म नाथ झा ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम में आस-पास गाव के मत्स्य पालक, मत्स्य व्यवसायी तथा गंगा तट पर रहने वाले स्थानीय लागों ने भाग लिया। अन्त में संस्थान के वैज्ञानिका डॉ अबसार आलम ने औपचारिक धन्यवाद दिया । कार्यक्रम में प्रयुक्त मत्स्य बीज का रख रखाव एवं व्यवस्था संस्थान के वैज्ञानिक डा० वी आर ठाकुर एवं अन्य अधिकारियों और शोधार्थीयों ने किया।





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