आईसीएआर-सिफ़री ने एसबीआई-सीएसआर परियोजना के अंतर्गत हालदारपारा, कुलतली, सुंदरबन में इनपुट वितरण किया
30 अक्टूबर, 20252025
कुलतली, दक्षिण 24 परगना, पश्चिम बंगाल
आदर्श ग्राम विकास पहल के अंतर्गत इनपुट वितरण का दूसरा चरण आईसीएआर-केंद्रीय अन्तर्स्थलीय मात्स्यिकी अनुसंधान संस्थान (आईसीएआर-सिफ़री) द्वारा हलदरपारा, कुलतली, बसंती ब्लॉक, दक्षिण 24 परगना, पश्चिम बंगाल में सफलतापूर्वक आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम एसबीआई-सीएसआर परियोजना के तहत ग्रामीण समुदायों में आजीविका के अवसरों को बढ़ाने और स्थायी जलीय कृषि प्रथाओं को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कार्यान्वित किया गया था।

इस चरण के दौरान, लाभार्थी किसानों के बीच आवश्यक जलीय कृषि इनपुट जैसे मछली के बीज, चारा और अन्य सामग्री वितरित की गईं। आईसीएआर-केंद्रीय अंतर्स्थलीय मात्स्यिकी अनुसंधान संस्थान, बैरकपुर ने एसबीआई-सीएसआर परियोजना के तहत हलधरपारा कुलतली के 100 लाभार्थियों को 1200 किलोग्राम बीज और 12 मीट्रिक टन केज ग्रो फीड वितरित किए। इस पहल का उद्देश्य सामुदायिक भागीदारी, वैज्ञानिक मार्गदर्शन और क्षमता निर्माण के माध्यम से हलधरपारा गांव को एक आदर्श जलीय कृषि आधारित आजीविका केंद्र के रूप में विकसित करना है। वितरण से पहले आईसीएआर-सिफ़री के अधिकारियों ने मछली किसानों के साथ बातचीत की और बेहतर उत्पादकता और आय सृजन के लिए उन्नत मछली पालन प्रथाओं को अपनाने के महत्व पर जोर दिया।
दूसरे चरण के बीज वितरण से पहले 28-30 अक्टूबर, 2025 के दौरान कुलतली में लघु पैमाने पर जलीय कृषि पर तीन ऑफ-कैंपस प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य सुंदरबन के मत्स्यपालकों को अपने इलाके में उपलब्ध वर्षा आधारित छोटे जल निकायों में लघु पैमाने पर जलीय कृषि का अभ्यास करने के लिए प्रशिक्षित करना और उनकी क्षमता का निर्माण करना था ताकि उन्हें आजीविका का एक वैकल्पिक विकल्प मिल सके जिससे अतिरिक्त आय हो सके। कार्यक्रम के समापन सत्र में, आईसीएआर-सिफ़री के निदेशक डॉ. बि. के. दास ने सभी प्रशिक्षुओं को बधाई दी और विस्तार से बताया कि कैसे यह प्रशिक्षण कार्यक्रम लघु पैमाने पर जलीय कृषि के विभिन्न पहलुओं में ज्ञान प्राप्त करने और कौशल विकसित करने के माध्यम से उनकी आजीविका को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है। कुलतली मिलन तीर्थ सोसाइटी के अध्यक्ष श्री लोकमन मोल्ला ने प्रशिक्षण कार्यक्रम के आयोजन और सुंदरबन में आदर्श ग्राम कार्यक्रम की पहल के लिए सिफ़री के निदेशक डॉ. बि. के. दास को धन्यवाद दिया। यह आयोजन एसबीआई-सीएसआर सहयोग के तहत मत्स्य पालन आधारित आजीविका विकास के माध्यम से ग्रामीण सशक्तिकरण के व्यापक लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में एक और कदम था।







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